स्वच्छ रहे खाटू ये अपना मिलकर कदम उठाओ रे,
धाम श्याम के आ करके क्यों तुम गंदगी फैलाओ रे,
स्वच्छ रहे खाटू ये सारा सबकी जिम्मेदारी है,
कूड़ेदान में कूड़ा डालो,इसमे क्या लाचारी है
देख रहा वो बैठा बाबा,कूड़ा न फैलाओ रे,
स्वच्छ रहे खाटू ………………………………….
घर बाबा का गंदा करते, ऐसे भगत जमाने मे,
मैल भरा है मन मे इतना, लगे है तन चमकाने में,
वो सबको पागल करता ना,पागल उसे बनाओ रे,
स्वच्छ रहे खाटू ………………………………….
प्रड ले लो खाटू को अब से, गंदा न होने देंगे,
जो भी भगत मिलेगा हमसे, उसको भी शिक्षा देंगे,
कोई असुविधा नही रहेगी माही को दर जाने में,
स्वच्छ रहे खाटू …………………………………