तेरी मैं कमली होइ आ मैं सारी रात न सोइ आ ,
वे सोहनियाँ श्याम तेरी मैं हो गई,
तेरी मैं कमली होइ आ मैं सारी रात न सोइ आ ,
तेरे बिन इस जग सारे विच सोहना कुझ भी लगदा न,
जद दा वेखा रूप तेरे होर ता कोई जच्दा न,
सूरत तेरी दिल विच वस् गई है नैन मेरे पागल कर गई है,
वे सोहनियाँ श्याम तेरी मैं हो गई,...........
जी करदा तेरी अखियां दे प्रेम प्याले पी जावा,
जी करदा तेरी सोहनी चितवन ढोल के सारी पी जावा,
मेरी नस नस विच वस् जा तू कृष्ण आज मेरा बन जा तू,
वे सोहनियाँ श्याम तेरी मैं हो गई,...........
रूप तेरे न वेख वेख के दिल ता मेरा रजे न,
वारे तेरे ते लूँ ते मिर्चा नजर किसी दी लगे न,
सदा ही हसदा रवे तू दिला विच वसदा वे तू,
वे सोहनियाँ श्याम तेरी मैं हो गई,...........