सबकी बिगड़ी बनाते हो हारों को जिताते हो
देखो हमें भी बाबा हारे हैं हम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम
मेरे सांवरे .............
अधबीच नैया ओ रे कन्हैया भटक कहीं ना जाएँ
खेते खेते हार गए हम क्यों ना पार लगाए
तेरा एक सहारा है तू ही एक हमारा है
तुझको ही जाना है जबसे हैं हम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम
मेरे सांवरे .............
तेरे दर पे कबसे खड़े हियँ आस का दीप जलाये
टूट ना जाए धीरज मन का क्यों तू देर लगाए
उलझा ये सारा जीवन सुलझाओ अब तो उलझन
ये उम्मीदें लेके जीते हर दम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम
मेरे सांवरे .............
सबकी झोली तू भरता है बिगड़ी हुई तू बनाये
तेरी दया की धारा बहती हम तक क्यों ना आये
एक नज़र जो कर दो तुम थम जायेंगे सारे गम
हंसने लगेगा गोलू सारा जीवन
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम
मेरे सांवरे ........