चल चली शिव भोले दी बारात जग तो निराली भगतो ,
आज गोरा जी नाल होनी मुलाकात जग तो निराली भगतो
गल विच बिछुए सप लंकाये ने,
गज गज दाहड़ा केश वदाये ने,
हुंडी वेख के हैरान काएनात,
जग तो निराली भगतो
भुता ते चुड़ेला दी जनेत सारी आई है,
वेख वेख गला सारी करदी लुगाई है ,
सारी भोले दी है आज करा मात
जग तो निराली भगतो
गोरा दी सखियाँ ने शोर मचाया है
आखदियां बूढ़ा जेहा तेरे लड़ लाया है,
पाई लुक छुप गोरा जी ने झात
जग तो निराली भगतो