तीन वान है तेरे हाथ में इनमे इक चलाओ श्याम
महामारी जो आई देश में इस से हमे बचालो श्याम
डर से काँप रही है दुनिया रहे समज नहीं आती है,
हर इक मोड़ पे हम को बाबा भयानक मौत डरती है,
इस महामारी बुरी वक़्त में देदो हमे सहारा श्याम,
महामारी जो आई देश में इस से हमे बचालो श्याम
हर इंसान तो डरा हुआ है चारो और से गिरा हुआ है,
होनी का जो काल चकर है अपनी जिद पे अड़ा हुआ है,
हार गए है भगत आपके इन भगतो को तारो श्याम,
महामारी जो आई देश में इस से हमे बचालो श्याम
धर्म कर्म सब भूल गए है आन पड़ी विपदा भारी,
मंदिर पूजा बंद हुए सब चारो और है महामारी
चहल दीवाने की अर्जी अब तो तुम स्वीकारो श्याम,
महामारी जो आई देश में इस से हमे बचालो श्याम