श्याम मेरी जिंदगी का तू आसान सफर कर दे ,
ओ सँवारे कुछ ऐसा कर्म कर दे,
दर दर की मैंने खाई है ठोकर जादू नहीं जाने रे,
हारे का सहारा बन तू प्यार मरहम भर दे,
ओ सँवारे कुछ ऐसा कर्म कर दे,
अन होनी को होनी करदे काम नहीं जानू रे,
कर के करिश्मा इस दुनिया का दूर भरम कर दे ,
ओ सँवारे कुछ ऐसा कर्म कर दे,
पल भर में बाबा हरता है दुःख को दुनिया में,
सूरज रोटीया का सारा दुःख हर ले,
ओ सँवारे कुछ ऐसा कर्म कर दे,