गुन्हा है क्या मेरे बाबा बता दे क्यों खफा है ,
मेरा जीवन बिना तेरे है जन्मो की सजा है,
है छोड़ा साथ दुनिया ने तू ही मुझसे खफा है,
गुन्हा है क्या मेरे बाबा बता दे क्यों खफा है ,
जो कहते ये मुझे अपना मुझे अपनों ने लुटा,
जखन इतने दिए दिल पर न कोई कोना है छूटा,
शरण अपनी मुझे लेकर करो मुझपर दया ये ,
गुन्हा है क्या मेरे बाबा बता दे क्यों खफा है ,
जिहने चाहा या जीवन में हुए अब दूर सारे,
दिया है साथ हारो का तो मैं आया हु प्यारे,
मेरा साथी मेरा हम दम तू ही मेरा पिया है,
गुन्हा है क्या मेरे बाबा बता दे क्यों खफा है ,
तुम्हारी याद में तड़पुं बता कैसा है नाता,
टपकते आँख से आंसू मुझे कुछ न है बाहता
न छोड़ो साथ माही का ये तनु की दुआ है
गुन्हा है क्या मेरे बाबा बता दे क्यों खफा है ,