कभी दुर्गा बन के कभी काली बन के
चली आना मईया जी चली आना
ब्रह्मचारिणी रूप में आना ॥
भक्ति हाथ ले के, शक्ति साथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
तुम दुर्गा रूप में आना ॥
सिंह साथ ले के, चक्क्र हाथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
तुम काली रूप में आना ॥
खप्पर हाथ ले के, योगिन साथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
तुम शीतला रूप में आना ॥
झाड़ू हाथ ले के, गधा साथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
तुम गौरां रूप में आना ॥
माला हाथ ले के, गणपति साथ ले के
चली आना मईया जी चली आना