मुझे दास अपना बना लो माँ
मुझे थोड़ी सी जगह चरणों में देदो माँ
तेरा दर छोड़ कर और जाऊ कहा,
मुझे चरणों से अपने लगा लो माँ
मुझे दास अपना बना लो माँ
मैं ना छोडू दामन तेरा दर से तेरे है आस मुझे
तेरा ही हु भक्त मेरी माँ तुझपर है विश्वाश मुझे माँ
मैं उमीदे लेकर दर पे आया हु माँ
मुझे दास अपना बना लो माँ
कर दो ये मेरी ईशा पूरी चाहे मुझे कुछ और न दे माँ
तेरी शरण में आने को मैं तरस रहा हु जन्मो से माँ,
आया हु सब छोड़ के मैया सारा जहान
मुझे दास अपना बना लो माँ
द्वार तेरा है रेहमत वाला मैं सदके मैं वारि मैया
दास की झोली अब तो भर दो तू है मेरी प्यारी मैया
चरणों में तेरे अजीत का मुकम्बल जहान
मुझे दास अपना बना लो माँ