दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने,
कृष्णा कृष्णा मैं पुकारुं,
तेरे दर के सामने,
दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने।
बँसी वाले अपनी बँसी,
तू सुना दे आन कर....-2
तेरी चर्चा हम करेंगे,
हर बसर के सामने,
दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने।
खम्भ से प्रह्लाद को,
तूने बचाया है प्रभु....-2
द्रोपदी की लाज राखी,
कौरव दल के सामने,
दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने।
इसलिए धूनी रमाई,
तेरे दर के सामने.....-2
कृष्ण जी इस दास को,
दर्शन दिखा दो आन कर,
दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने।
दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने,
कृष्णा कृष्णा मैं पुकारुं,
तेरे दर के सामने,
दिल तो मेरा हर लिया है,
गोविन्द माधव श्याम ने।