सखी री बरसाने में आज

सखी री बरसाने में आज,
लाडली प्यार लुटाती है,
गुणो की बात मत छेड़ो,
अवगुणो पे रीझ जाती है,
सखी री बरसानें में आज,
लाडली प्यार लुटाती है।।

ना जाने क्या भरा जादू,
है इनके नैन कमलों में,
निहारे कोर करुणा की,
झोलियाँ भर भर जाती हैं,
सखी री बरसानें में आज,
लाडली प्यार लुटाती है।।

विराजे ऊँची अटारी पर,
खोल करुणा की पिटारी को,
जिन्हें दुनिया ठुकराती है,
ये सीने से लगाती है,
सखी री बरसानें में आज,
लाडली प्यार लुटाती है।।

दया की सिंधु है श्यामा,
कृपा की खान है प्यारी,
जिनके ऊपर ये बरसे,
उन्हें बरसाना बुलाती है,
सखी री बरसानें में आज,
लाडली प्यार लुटाती है।।

कहाँ मेरी लाडली श्यामा,
कहाँ औक़ात है मेरी,
कभी ये दोष ना देखे,
तभी तो भक्तों को भाती है,
सखी री बरसानें में आज,
लाडली प्यार लुटाती है।।

सखी री बरसाने में आज,
लाडली प्यार लुटाती है,
गुणो की बात ना पूछो,
अवगुणो पे रीझ जाती है,
सखी री बरसानें में आज,
लाडली प्यार लुटाती है।।
श्रेणी
download bhajan lyrics (538 downloads)