कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे,
एक दिन नाच रहे मधुबन में,
मुरली बजा रहे छलिया कदम पेड़ पे चढ़के,
कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे॥
एक दिन नाचे जमुना तट पे,
चीर चुराए रहे रे छलिया कदम पेड़ पे चढ़के,
कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे॥
एक दिन नाचे ग्वालों के संग में,
माखन चुराए रहे रे छलिया चड़ छीके पे चढ़के,
कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे॥
एक दिन नाचे काली देह पे,
छम छम नाच रहे रे छलिया वो नागों के फन पर,
कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे॥
एक दिन नाचे वृंदावन में,
रास रचाए रहे रे छलिया वो राधा के संग में,
कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे॥
एक दिन नाचे मीरा के संग में,
अमृत पिला रहे रे छलिया कदम पेड़ के नीचे,
कृष्ण नाच रहे छलिया कदम पेड़ के नीचे॥