खाटू के बाबा श्याम,सबसे दिफ्फ्रेंट है
भगतों के मुख पे नाम,इनका परमानेंट है
घूम लेना दुनिया यार,मिलेगी ऐसी न सरकार
बिन माँगे ही जो कर दे,सबका हर सपना साकारा
सुनता सभी के काम,ऐसा प्रेसिडेंट है
जो माँगो दे देता है,ऐसा सच्चा नेता है
हर बच्चे का पिता है ये,हर माता का बेटा है
भगतों की है ये जान,इतना इनोसेंट है
बड़े से बड़े साहूकार,आते हैं इसके दरबार
सेवा इसकी करते हैं,छोड़छाड़ कर कारोबार
न गिन सको तमाम,इसके सर्वेंट हैं
जिस पर ये रख देता हाथ,कभी न बिगड़े उसकी बात
अंजना पर जो किया करम,किस्मत चमकी रातों रात
'मोहित' से खासो आम,इसका सेंटिमेंट है
मोहित साईं(भजन गायक एवं लेखक)
अयोध्याधाम 9044466616