मैया वैष्णो के धाम हम आज जाएँ,
माला दीपों की जाकर सजाएं,
अम्बे मैया को ध्यायेंगे हर दम,
बोले मन की तरंग, मैया रहना सदा संग.....
माता के चरणों में दीये हम जलाएं,
मन के अँधेरे को दूर छोड़ आयें,
इन लबों पे तेरा, बस तेरा नाम हो,
जब तक हो अपने साँसों में ये दम,
बोले मन की तरंग, मैया रहना सदा संग.....
इस नव राते में, कहे दिल ये मेरा,
छूटे कभी मुझसे ना, मैया संग तेरा,
ना भुलाना कभी, हे जगदम्बे माँ,
अपनी भक्ति माँ अम्बे ना हो कम,
बोले मन की तरंग, मैया रहना सदा संग.....