एक हार बना माली मुझे कान्हा को पहनाना है,
मुझे कान्हा को पहनाना है, मुझे कान्हा को सजाना है,
एक हार बना माली.....
हाथ में मेरे जल का लोटा,
पट खोल पुजारी रे मुझे कान्हा को निलाना है,
एक हार बना माली.....
हाथ में मेरे चंदन रोली,
पट खोल पुजारी रे मुझे तिलक लगाना है,
एक हार बना माली.....
हाथ में मेरे दीया और बाती,
पट खोल पुजारी रे मुझे ज्योत जलानी हैं,
एक हार बना माली.....
हाथ में मेरे माखन मिश्री,
पट खोल पुजारी रे मुझे भोग लगाना है,
एक हार बना माली.....
हाथ में मेरे ढोलक चिमटा,
पट खोल पुजारी रे मुझे भजन सुनाना है,
एक हार बना माली.....