करे संकट को पल में दूर उन्हें हनुमान कहते हैं,
पवनसुत अनजनी के लाला, वो मेरे साथ रहते हैं,
करे संकट को पल में दूर उन्हें हनुमान कहते हैं………
बल बुद्धि विद्या मिल जाती, हनुमत के गुणगान से,
बल बुद्धि विद्या मिल जाती, हनुमत के गुणगान से,
भटके हुए को राह है दिखती, मेरे प्रभु के ध्यान से, हनुमत के गुणगान से,
कृपा हो जाए महाबली की तो यम के फंदे कटते हैं,
करे पल भर में संकट दूर, उन्हें हनुमान कहते हैं ……
गाने से हनुमान की महिमा, जानकी खुश होती हैं,
गाने से हनुमान की महिमा, जानकी खुश होती हैं,
खुशियों का माहौल रहे फिर आंख कभी ना रोते हैं, जानकी खुश होती हैं,
झुका ले शीश चरणों में, यही भंडार भरते हैं,
करे संकट को पल में दूर, उन्हें हनुमान कहते हैं………