मैं करां विणती ,सुण ले रे,
ओ मण्डपिया के सांवरिया....
कई भगता ने दीदो रे,मारी सामे नालो रे,
मैं आयो शरणा थारी रे,ओ मण्डपिया के सांवरिया l
मैं करां विणती ,सुण ले रे,
ओ मण्डपिया के सांवरिया......
छोरा-छोरी, दीदा घणा ने,पुरो परिवार बणायो रे,
मा पे भी हाथ धर दे रे ,ओ मण्डपिया के सांवरिया..ll
मैं करां विणती ,सुण ले रे,
ओ मण्डपिया के सांवरिया......
भंडारा सु निकले करोड़ा, बाठ दे तू थोड़ा थोड़ा
में थाके सरणे आग्यो रे ,ओ मण्डपिया के सांवरिया lll
मैं करां विणती ,सुण ले रे,
ओ मण्डपिया के सांवरिया....
गजेंद्र थारा भजन बनाया ,धर्मेंद्र थारा भजन सुनाया
में दोन्यू हाथ जोड़ा रे, ओ मण्डपिया के सांवरिया IV
मैं करां विणती ,सुण ले रे,
ओ मण्डपिया के सांवरिया.........