श्याम सदा सुमिरते रहना,
श्याम सबका जीवन दाता है,
जो इसकी शरण आ जाता,
ज़िन्दगी भर वो सुख पाता है,
श्याम के दर में वो तासी रे,
बदल के रखदे भाग्य लकीरे,
इस दर ने तोड़ी है हर दुःख की ज़जीरे,
जब इसकी दया होती है,
कोई भी गम पास ना आता है,
बोल तू किस की राह निहारे,
कोई ना आयेगा काम तुम्हारे,
एक वाही दाता वो सबके काज सवारे,
कोई दर्द रहे न बाकी,
उल्जन वो सुल्जता है,
गजेसिंह ले श्याम सहारा,
सोंप दे उसको ये जीवन धारा,
श्याम तेरे चरणों में जीवन का सुख सारा,
है भिखमंगा ये जग सारा ,
श्याम से ही मांग के खाता है,