मेरे सँवारे मेरे सँवारे
मेरे साँवरे तूने ही खाली झोली भरी है,
झोली में सारी खुशिया भरी है मेरे सँवारे,
जबसे तेरी चौकठ की मिटी पाई है,
किरपा की बरसात तूने यु बरसाई है,
यहाँ देखु मुझे तेरी किरपा दिखी है,
मेरे साँवरे ....
हर पल साया बन कर तू साथ चले मेरे,
कोई मुश्किल हो सिर पर हाथ धरे मेरे,
बिन तेरे मेरा जग में मोल नहीं है,
मेरे साँवरे....
रखले मुझको खाटू में अब अपना कह कर,
शर्मा उम्र बितायेगा बस तेरा होक,
अब जीना है खाटू में मरना भी यही है ,
मेरे साँवरे ......