मत घबरा नादान श्याम तेरा आयेगा,
आयेगा आयेगा आयेगा
हो नीले पे सवार श्याम तेरा आएगा
जब भी पुकारा वो दोरहा आया भक्तो का दुःख पल मिटाया,
ये निष्ये कर जा कष्ट तेरा टल जाएगा,
मत घबरा नादान श्याम तेरा आयेगा,
ये दुनिया है गोरख धंधा मत हो माया में अँधा,
सोच समज अज्ञान फेर पश्तायेगा,
पश्तायेगा पश्तायेगा पश्तायेगा
सोच समज अज्ञान फेर पश्तायेगा,
सांचे मन से जो कोई ध्यावे,
मन ईशा फल तुरत ही पावे,
निष्ये हो कल्याण अमर पद पाए गा,
सब भक्तो की अटकी नैया,
ठान उडीके आजा कन्हैया,
माहने जो विशवाश तू पार लगाएगा,
पार लगाए तू पार लगाए,
सोच समज अज्ञान फेर पश्तायेगा,