श्याम तने रेहम ना आवे रे,
बाबा जी तने रेहम न आवे रे,
मैं दुख्यारा नीर बहाता तू मौज मनावे रे,
श्याम तने रेहम ना आवे रे,
बाबा जी तने रेहम न आवे रे,
माजे धारा में छोड़ दियो री कैसो माझी ऋ,
पार नही करनी थी क्यों आशा बांधी रे,
फिर भी तेरी शक्ति पर मन रेहम न आवे रे
श्याम तने रेहम ना आवे रे,
बाबा जी तने रेहम न आवे रे,
तू सांचो सकल देव है दुनिया बोले रे,
भगता की किस्मत का तालो पल में खोले रे,
करदे बेडा पार यो ताबार सहम न जावे रे,
श्याम तने रेहम ना आवे रे,
बाबा जी तने रेहम न आवे रे,
जितनो कर दियो उत्नो बाकी पुरो करदे रे,
पप्पू शर्मा हाथ दया को सिर पे धर दे रे,
दे दे आशीर्वाद कभी भी एहम न आवे रे,
श्याम तने रेहम ना आवे रे,
बाबा जी तने रेहम न आवे रे,