राधा आई, सखिया आयीं, लेकर रंग गुलाल
काले रे काले कहना ने कैसो कर दियो लाल
जुलम कर डारो सितम कर डारो,
कारे ने कर दियो लाल, जुलम कर डारो!
1 अरे नज़र मोहन मतवारो, राधा जी करे इशारो!
रे नैना सुं करो कमाल, जुलम कर डारो!
2 सब घेर लियो ब्रज नारी, नखरारी गामन वारी!
के चली गजब की चाल, जुलम कर डारो!
3 काजल की डिबिया लायी अंगिया साडी पहनाई,
मुखडे पे मलो गुलाल, जुलम कर डारो!
4 लियो पकड़ बिहारी कसके, रंग दियो खुब हँस हँस के!
बोली फ़िर आइयो नंदलाल, जुलम कर डारो!