क्यों घबराता है पल पल मन बावरे
चल श्याम शरण में मिलेगी सुख की छाँव रे
जीवन की राह में थक गए हो तेरे पाँव रे
ओ बावरे.....ओ बावरे
जो शरण श्याम की लेले वो फिर क्यों संकट झेले
जो श्याम भरोसे रहकर जीवन की बाज़ी खेले
जीत जायेगा हर एक हारा दाव रे
ओ बावरे......ओ बावरे
जो भी इस दुनिया में है श्री श्याम भरोसे चलता
परिवार सदा ही जिसका बाबा की कृपा से पलता
कभी न रहता खुशियों का अभाव रे
ओ बावरे.......ओ बावरे
ये सारे जग का दाता है सबका भाग्य विधाता
प्रेमी के हर आंसू का सावरिया मोल चुकता
हर प्रेमी के संग है इसको लगाव रे
ओ बावरे.........ओ बावरे
सुख दुःख हंस हंस कर सहना पर दूर न प्रभु से रहना
ये तेरे संग रहेगा मानो रोमी का कहना
इसको प्यारा है भक्त भजन और भाव रे
ओ बावरे........ओ बावरे