आये शरण तुम्हारे हम सारा जग छोड़ के
अपनी किरपा साईं जी बनाये रखना अपनी सेवा में हम को लगाये रखना
तुम से विनती करे साईं बाबा हथ जोड़ के
अपनी किरपा साईं जी बनाये रखना
अपनी सेवा में हम को लगाये रखना
मिलता सदा है दर से तुम्हारे वो अनमोल खजाना
दूर दूर से आगे जिसको भाता सारा जमाना
तुमने हम को पुकारा हम चले आये दोड के
अपनी सेवा में हम को लगाये रखना
बनते है सारे काम जगत के बाबा तेरे नाम से
होती है पूरी मन की मुरादे तेरे शिर्डी धाम से,
तेरे नाम की आये चदारियां ओड के
अपनी सेवा में हम को लगाये रखना
संकट हारी है तू अवतारी तेरी महिमा न्यारी
तू ही अवध का रघुवर लागे तू ही श्याम बिहारी
ना जाना कभी साईं मुखड़ा मोड़ के
अपनी सेवा में हम को लगाये रखना