दर साई के चल तू संग मेरे चल,
वो सबका मलिक,
वो सबका दाता,
वो साई मौला,
वो एक मसीहा……
साईं नाम की जोत जगाले,
मिट जाएगा अँधेरा,
बन जाएगी बिगड़ी तेरी,
होगा नया सवेरा,
इस जीवन की हर मुश्किल हो जाएगी हल,
दर साई के चल....
देख ले चल के कैसे छलकें,
अमृत की वो बूंदे,
भाग्य संवरते झोली भरते,
नयन ज़रा जो मूंदें,
दुख को सुख में जो बदले ऐसा है वो पल,
दर साई के चल....