राधा तेरी अखियों का काला काला काजल,
देखा जब से दिल मेरा हो गया है पाग़ल
काजल से आखें तुम्हारी
लगती हैं ज्यादा कंटीली,
तीरों की नोकों से ज्यादा,
दिखती पैनी नुकीली चोरी चोरी करती हैं,
दिल मेरा घायल राधा तेरी अखियों का,
काला काला काजल देखा जब से दिल मेरा,
हो गया है पाग़ल....
कहना अनाड़ी का मानों,
मत देखो तिरछी नजर से,
वरना हजारों मुझ जैसे
लुट जायेंगे दिल और जिगर से,
राधा मेरी जान तेरा हो गया हूँ कायल,
राधा तेरी अखियों का काला काला काजल,
देखा जब से दिल मेरा,
हो गया है पाग़ल.....