धुन : तूतक तूतक तूतियां..
मैनू वृंदावन रखलै, मेरे ठाकुरा
कदी मेरे वल तकलै, मेरे ठाकुरा
- तू ठाकुर हैं मालिक जग दा, तेरी बल्ले बल्ले
मैं कुच्चजी औगनहारी, कुज नई मेरे पल्ले
मेरे औगना नू ढकलै, मेरे ठाकुरा...
- देख लइ एह दुनियादारी, मतलब दे सब बंदे
धर्म कर्म ना पुछदा कोई, माया दे सब धंधे
मैं निमाणी मैनू तकलै, मेरे ठकुरा...
- लगन तेरी विच मगन मैं रेहंदी, प्रीत तेरे नाल लाई
दुनिया ने ठुकराया मैनू, तू वीं ना ठुकरायीं
मेरी लाज तू रखलै, मेरे ठाकुरा...
- जिवें किवें मैनू रखलै दर ते, करां चाकरी तेरी
मैं मेरी भुल जाए मधुप नू, करे ओह तेरी तेरी
मैनू चरणा च रखलै, मेरे ठकुरा...
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