चौकठ पे भुलाया साई ने चरणों से लगाया साई ने,
दुःख दर्द मिटाया साई ने, चरणों से लगाया साई ने
इक जाम पिलाया साई ने, मुझे मस्त बनाया साई ने
मस्ती में इतना चूर हुआ,मैं गम से बहुत ही दूर हुआ,
सूरज की तरह पुरनूर हुआ वो रंग दिखाया साई ने,
मुझे मस्त बनाया साई ने ......
मेरा साई चाहत वाला सीधा साधा भोला भाला,
दिल मेरा जपे उसकी माला दुनिया से छुड़ाया साई ने,
मुझे मस्त बनाया साई ने.......
वो मस्ती मैंने पा ली है जो मस्ती जग से निराली है,
सोइ तकदीर जगा ली है अमृत बरसाया साई ने,
मुझे मस्त बनाया साई ने ......
जब दिल में मेरे साई वसा फिर कैसे कह दू मैं प्यासा,
जो कुछ भी किया अच्छा ही किया आइना दिखाया साई ने ,
मुझे मस्त बनाया साई ने