मोरी भी रंग दो चुनरिया,
कान्हां मैं तोरी पूजा करूगीं
मोरी भी....
1.मगंती हूं खाली ना मोड़ों,
मुझ पापन की आस ना तोड़ो
दासी की चीजों खबरिया,
कान्हां मैं तोरी पूजा करूगीं
मोरी भी....
2.ऐसा जोगनिया को मधवा पिला।
दो,
मधवा पिला के मोरी सुध बुध
गवां दो
छलके ना मन घूघरिया,कान्हां मैं
तोरी पूजा करूगीं
मोरी भी....
3.धुंम मची है बृज़ में तिहारी,
बलि बलि जाऊं थारी कृष्ण
मुरारी
फिर से बजाओ बांसुरिया,
कान्हां मैं तोरी पूजा करूगीं
मोरी भी रंग दो चुनरिया,
कान्हां मैं तोरी पूजा करूगीं
राधे राधे,राधे राधे, राधे राधे
राधे राधे, राधे राधे,राधे राधे
बाबा धसका पागल पानीपत